Eid Namaz Ka Tarika ईद, मुसलमानों के लिए एक ख़ुशी का मौक़ा होता है, जो रमज़ान के रोज़ों की तकमील या हज के फ़राइज़ की अदायगी के बाद आता है। इस दिन की सबसे बड़ी इबादत ईद की नमाज़ है, जिसे पढ़ना वाजिब करार दिया गया है। लेकिन बहुत से लोग ईद की नमाज़ का सही तरीका नहीं जानते, और कई दफ़ा ग़लतियाँ कर बैठते हैं।
अगर आप भी ईद की नमाज़ पढ़ने का सही तरीक़ा ‘Eid Namaz Ka Tarika‘ जानना चाहते हैं, तो यह तहरीर आपके लिए है। इसे आसान और तफ़्सीलात (डिटेल) के साथ लिखा गया है, ताकि कोई भी बिना उलझन के समझ सके और अमल कर सके।
Eid Kab Hai : ईद कब है? 2025 | Eid-Ul-Fitr 2025?

Eid Kab Hai ईद-उल-फ़ित्र 2025 में 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाई जाएगी, मगर इसकी तस्दीक़ चांद देखने के बाद ही होगी। इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक, ये ईद रमज़ान के मुकम्मल होने पर शव्वाल की पहली तारीख़ को मनाई जाती है।
इस दिन मुसलमान सुबह ग़ुस्ल करके नए या बेहतरीन लिबास पहनते हैं, मस्जिद या ईदगाह में जाकर नमाज़-ए-ईद अदा करते हैं और ज़कात-उल-फ़ित्र अदा करना फ़र्ज़ होता है। ईद मुसर्रत और शुकराने का मौका है, जिसमें अहबाब और ख़ानदान के साथ मिलकर मिठाइयाँ और लज़ीज़ खाने का लुत्फ़ उठाया जाता है।
ईद की नमाज़ की अहमियत: Importance of Eid Namaaz
ईद की नमाज़ का ज़िक्र अहादीस में कई जगह मिलता है। रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“जब ईद का दिन आता है, तो अल्लाह के फ़रिश्ते हर गली और रास्ते पर खड़े होकर एलान करते हैं: ऐ मुसलमानों! चलो अपने परवरदिगार की तरफ़, वह तुम्हें बेपनाह अज्र देने वाला है!” (इब्न माजा)
इसलिए, ईद की नमाज़ सिर्फ़ एक इबादत ही नहीं, बल्कि अल्लाह की रहमतों को हासिल करने का बेहतरीन ज़रिया भी है। इसे पढ़े क्या AI इस्लाम को समझ सकता है?
ईद की नमाज़ से पहले की तैयारियाँ: Preparations before Eid prayers
ईद की नमाज़ के लिए कुछ अहम आदाब और सुन्नतें हैं, जिन्हें अपनाना बहुत फज़ीलत का बायस (कारण) है: Eid Namaz Ka Tarika
👉 Eid Namaz Ka Tarika
✅ ग़ुस्ल (नहाना) करना – नमाज़ से पहले पाकीज़गी हासिल करना सुन्नत है।
✅ मिस्वाक करना – दांतों की सफ़ाई करना अफ़ज़ल (बेहतर) है।
✅ खुशबू लगाना – हल्की खुशबू इस्तेमाल करना सुन्नत है।
✅ बेहतरीन लिबास पहनना – साफ़ और अच्छा कपड़ा पहनना मुस्तहब (पसंदीदा) है।
✅ ईदगाह जाते वक्त तकबीर कहना – रास्ते में “अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर, ला इलाहा इल्लल्लाह, अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर, वलिल्लाहिल हम्द” कहना सुन्नत है।
✅ नमाज़ से पहले कुछ मीठा खाना – ईद-उल-फित्र पर खजूर या कोई मीठी चीज़ खाना सुन्नत है। तरावीह की दुआ
ईद की नमाज़ का सही तरीका: Eid Namaz Ka Tarika in Hindi
1. नीयत (इरादा करना)
Eid Namaz Ki Niyat :👉 सबसे पहले नियत करें:
“मैं दो रकात वाजिब ईद-उल-फ़ित्र (या ईद-उल-अज़हा) की नमाज़ पढ़ने की नीयत करता हूँ, छह तकबीरों के साथ, वाजिब क़ुर्बत अलल्लाह तआला।”
(नियत दिल से करना काफ़ी है, ज़ुबान से बोलना ज़रूरी नहीं।) 👉 Eid Namaz Ka Tarika
2. पहली रकात का तरीका: Method of the first rakaat
1️⃣ तकबीर-ए-तहरीमा – इमाम के पीछे खड़े होकर “अल्लाहु अकबर” कहें और हाथ बांध लें।
2️⃣ सना (सब्हानक अल्लाह) पढ़ें।
3️⃣ इमाम तीन तकबीरें कहेगा:
- पहली तकबीर पर हाथ उठाकर छोड़ दें।
- दूसरी तकबीर पर फिर हाथ उठाकर छोड़ दें।
- तीसरी तकबीर पर हाथ उठाकर सीने पर बांध लें।
4️⃣ इसके बाद इमाम सूरह फ़ातिहा और दूसरी सूरह पढ़ेगा।
5️⃣ फिर रुकू और सज्दे के बाद दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं। और आगे बढ़ें Eid Namaz Ka Tarika
3. दूसरी रकात का तरीका: Method of the second rakaat
1️⃣ इमाम सूरह फ़ातिहा और दूसरी सूरह पढ़ेगा।
2️⃣ इसके बाद तीन तकबीरें कहेगा:
- हर तकबीर पर हाथ उठाकर छोड़ दें।
3️⃣ चौथी तकबीर पर रुकू में चले जाएं और फिर सामान्य तरीक़े से नमाज़ मुकम्मल करें।
4️⃣ नमाज़ के बाद इमाम ख़ुतबा देगा, जिसे ध्यान से सुनना सुन्नत है। और आगे चलते हैं Eid Namaz Ka Tarika
ईद की नमाज़ के बाद के आमाल: Deeds after Eid prayer
✅ एक-दूसरे को गले मिलना और मुबारकबाद देना – यह इस्लामी भाईचारे की निशानी है।
✅ सदक़ा-ए-फ़ित्र अदा करना – ईद से पहले ज़रूरतमंदों को यह देना वाजिब है।
✅ घर वालों और रिश्तेदारों के साथ अच्छा सुलूक करना।
✅ अल्लाह का शुक्र अदा करना कि उसने हमें यह मुबारक दिन नसीब किया।
ईद की नमाज़ में होने वाली आम ग़लतियाँ: Common mistakes in Eid prayers
🚫 तकबीरों में कंफ्यूज़ हो जाना – तकबीरों की सही गिनती पर ध्यान दें।
🚫 ख़ुतबा सुने बिना चले जाना – यह सुन्नत है, इसलिए इसे सुनना चाहिए।
🚫 नमाज़ के बाद बेवजह ग़ैर-इस्लामी रस्मों में पड़ जाना – ईद का दिन इबादत और नेकियों के लिए है, न कि ग़लत कामों के लिए। Eid Namaz Ka Tarika
नतीजा (Conclusion)
ईद की नमाज़ सिर्फ़ एक इबादत नहीं, बल्कि अल्लाह का शुक्र अदा करने और भाईचारे को मजबूत करने का बेहतरीन ज़रिया है। हमें चाहिए कि इस नमाज़ को पूरे एहतराम और सुन्नत के मुताबिक़ अदा करें और इसे एक रूहानी तजुर्बा बनाएं।
क्या आपको यह मालूम था?
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“जिसने ईद के दिन तकबीर (अल्लाहु अकबर) पढ़ी, उसके सारे गुनाह माफ़ कर दिए जाते हैं।” (दुर्रुल मंषूर)
तो फिर, इस ईद पर हम सब सही तरीके से ईद की नमाज़ अदा करें, तकबीर पढ़ें और अल्लाह की रहमतों से अपनी ज़िंदगी को रोशन करें!
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ईद की नमाज़ से जुड़े 5 अहम सवाल (FAQs)
1. ईद की नमाज़ कितनी रकात होती है?
🔹 ईद की नमाज़ 2 रकात वाजिब होती है, जिसमें 6 ज़्यादा तकबीरें होती हैं – 3 पहली रकात में क़िरात से पहले और 3 दूसरी रकात में क़िरात के बाद। Eid Namaz Ka Tarika
2. अगर ईद की नमाज़ छूट जाए तो क्या करें?
🔹 अगर ईद की जमाअत (नमाज़) छूट जाए, तो उसकी क़ज़ा नहीं होती। लेकिन कोई चाहे तो नफ़्ल नमाज़ पढ़ सकता है।
3. क्या ईद की नमाज़ अकेले घर पर पढ़ी जा सकती है?
🔹 नहीं, ईद की नमाज़ जमाअत (ग़रोह) के साथ ही होती है और इसे अकेले नहीं पढ़ा जा सकता। लेकिन अगर कोई मजबूरी हो (जैसे लॉकडाउन वग़ैरह), तो 2 या ज़्यादा लोग मिलकर पढ़ सकते हैं।
4. ईद की नमाज़ में कितनी तकबीरें होती हैं?
🔹 ईद की नमाज़ में 6 ज़्यादा तकबीरें होती हैं:
- पहली रकात में 3 तकबीरें क़िरात से पहले।
- दूसरी रकात में 3 तकबीरें रुकू से पहले।
5. ईद की नमाज़ के बाद क्या करना सुन्नत है?
🔹 ईद की नमाज़ के बाद इमाम का ख़ुतबा सुनना सुन्नत है। इसके अलावा:
✅ एक-दूसरे को “ईद मुबारक” कहना।
✅ तकबीरात (अल्लाहु अकबर) ज़्यादा से ज़्यादा पढ़ना।
✅ ग़रीबों और ज़रूरतमंदों की मदद करना।
✅ अच्छे लिबास पहनना और खुशबू लगाना।
अगर आपके कोई और सवाल हों, तो कमेंट में पूछें! 😊
End: Eid Namaz Ka Tarika
उम्मीद है कि आपको ईद की नमाज़ का तरीक़ा “Eid Namaz Ka Tarika” अच्छे से समझ आ गया होगा। अगर अभी भी कोई सवाल है, तो बेझिझक कमेंट या मैसेज में पूछ सकते हैं। 🤲🏼
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अल्लाह हम सबकी इबादत क़ुबूल फ़रमाए! 🌙✨
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