Ayatul Kursi Fazilat aur Faide
Ayatul Kursi Fazilat aur Faide

Ayatul Kursi: आयतुल कुर्सी

क्या आप जानते हैं कि “Ayatul Kursi” को क्यों क़ुरआन की सबसे अज़ीम आयत कहा जाता है? ये सिर्फ एक आयत नहीं, बल्कि एक ढाल है, जो आपको हर मुश्किल से बचाती है। इसे पढ़ने से ना सिर्फ अल्लाह की रहमत हासिल होती है, बल्कि घर और दिल दोनों को सुकून मिलता है। इस आयत की ताक़त और फज़ीलत को जानकर आप भी इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाएंगे।

Ayatul Kursi Kya Hota Hai? (आयतुल कुर्सी क्या होता है?)

Ayatul Kursi आयतुल कुर्सी कुरान की सबसे महत्वपूर्ण आयतों में से एक है। इसे सूरह अल-बकराह की 255वीं आयत के रूप में जाना जाता है। इसका पढ़ना बहुत फजीलत और फायदा देता है।

  • इसे नमाज़ के बाद पढ़ा जाता है।
  • इसे घर की सुरक्षा के लिए दरवाजों पर लिखा जाता है।

Ayatul Kursi In Arabic (अयातुल कुर्सी अरबी में)


اللّهُ لاَ إِلَـهَ إِلاَّ هُوَ الْحَيُّ الْقَيُّومُ … لاَ يَؤُودُهُ حِفْظُهُمَا وَهُوَ الْعَلِيُّ الْعَظِيمُ

Ayatul Kursi Hindi Me: Fazilat aur Faide

महत्व:

  • अरबी में आयतुल कुर्सी पढ़ने से इसका असली प्रभाव मिलता है।
  • यह आयत कुरान की मूल भाषा में होने के कारण इसकी उच्चता बढ़ जाती है।

Ayatul Kursi in hindi (आयतुल कुर्सी हिन्दी)

Ayatul Kursi Hindi Me Fazilat aur Faide hindi
Ayatul Kursi Hindi Me Fazilat aur Faide hindi

Ayatul Kursi in Tarjuma hindi (आयतुल कुर्सी हिन्दी)

हिंदी में आयत:
अल्लाह! उसके सिवा कोई इबादत के लायक नहीं, वही जिंदा और कायम रहने वाला है। उसे न नींद आती है और न ही झपकी। जो कुछ आसमानों और जमीन में है, सब उसी का है। कौन है जो उसकी इजाजत के बिना सिफारिश कर सके? वह जानता है जो उनके सामने है और जो उनके पीछे है, और वे उसके ज्ञान में से कुछ भी नहीं पा सकते, सिवाय उसके जो वह चाहता है। उसका कुरसी (सिंहासन) आसमानों और जमीन को घेरे हुए है, और उसे इन दोनों की हिफाजत करना थकावट में नहीं डालता, और वह सबसे ऊंचा और सबसे महान है।

महत्व:

  • हिंदी में पढ़ने से इसे समझना और याद करना आसान होता है।
  • यह उन लोगों के लिए सहायक है जो अरबी भाषा नहीं जानते।

ayatul kursi in roman english

अल्लाह की ताक़त और हुकूमत का बेहतरीन बयान, Ayatul Kursi in English जो हर मुसलमान के दिल को सुकून और हिफ़ाज़त का अहसास देता है। आइए इसे समझें, याद करें, और अपनी ज़िंदगी में शामिल करके अल्लाह की रहमत हासिल करें।

Ayatul Kursi in english

Ayatul Kursi Hindi Me Fazilat aur Faide english (1)
Ayatul Kursi Hindi Me Fazilat aur Faide english (1)

महत्व:

  • तर्जुमा पढ़ने से आयत का असली मतलब समझ में आता है।
  • इससे आयत का सही मर्म जानकर उसे पढ़ना और ज्यादा प्रभावी होता है।

Ayatul Kursi Padhane Ke Fayde (आयतुल कुर्सी पढ़ने के फायदे)

उपयोग और फायदे:

  • हिफाज़त: आयतुल कुर्सी पढ़ने से अल्लाह की हिफाज़त मिलती है।
  • बरकत: यह घर और परिवार में बरकत लाती है।
  • शांति: इसे पढ़ने से दिल को सुकून और शांति प्राप्त होती है।
  • सुरक्षा: शैतानी ताकतों से बचाव होता है।
  • आयतुल कुर्सी को पढ़ने से इंसान पर अल्लाह की रहमत बरसती है।
  • यह शैतानी ताकतों से बचाव करती है।
  • इसे पढ़ने से दिल को सुकून मिलता है और भय दूर होता है।
  • आयतुल कुर्सी को रोजाना पढ़ने से घर में बरकत होती है।
  • यह रोजाना की मुसीबतों से बचाती है।
  • इसे याद कर के पढ़ने से जीवन में आत्मविश्वास बढ़ता है।

नोट: आयतुल कुर्सी को रोजाना की नमाज़ के बाद पढ़ने की आदत डालें, ताकि इसके फायदों का पूरा लाभ उठा सकें।

महत्व:

  • दोनों भाषाओं में पढ़ने से इसे ज्यादा लोग समझ सकते हैं।
  • यह गैर-हिंदी भाषी मुसलमानों के लिए भी उपयोगी है।

9. Ayatul Kursi English Translation Pdf (आयतुल कुर्सी अंग्रेजी तर्जुमा पीडीएफ)

विवरण:

  • अंग्रेजी में आयतुल कुर्सी का पीडीएफ डाउनलोड करना आसान है।
  • यह उन लोगों के लिए है जो अंग्रेजी में पढ़ना पसंद करते हैं।

महत्व:

  • अंग्रेजी तर्जुमा होने से इसे गैर-हिंदी और गैर-अरबी भाषी लोग भी समझ सकते हैं।
  • यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी है।

10. Aayatul Kurashee Ke Baare Mein Kuchh Aham Haadishe (आयतुल कुरसी के बारे में कुछ अहम हदीसें)

हदीसें:

  • आयतुल कुर्सी पढ़ने से इंसान शैतान से सुरक्षित रहता है (सहीह मुस्लिम)।
  • इसे पढ़ने से अल्लाह की विशेष सुरक्षा प्राप्त होती है (सहीह बुखारी)।

महत्व:

  • हदीसों में आयतुल कुर्सी की फजीलत और महत्व को बताया गया है।
  • इससे हमें आयत की ताकत और इसके लाभ का पता चलता है।

हर 5 फर्ज नमाज़ में आयतुल कुर्सी पढ़ने के फायदे (हदीस से)

आयतुल कुर्सी को हर फर्ज नमाज़ के बाद पढ़ने के कई फायदे हैं जो हदीसों में वर्णित हैं। यह आयत अल्लाह की शक्ति, महानता और रक्षा की क्षमता को दर्शाती है। निम्नलिखित हदीसों में आयतुल कुर्सी पढ़ने के फायदों का उल्लेख किया गया है:

1. नमाज़ के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ने का फज़ीलत:

  • हदीस: अबू उमामह रज़ि. से रिवायत है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फरमाया: “जो शख्स हर फर्ज नमाज़ के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ता है, उसके और जन्नत के बीच में सिर्फ मौत ही रुकावट है।” (सहीह मुस्लिम)
  • फायदा: यह हदीस बताती है कि फर्ज नमाज़ के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ने से इंसान जन्नत के करीब हो जाता है।

2. शैतानी ताकतों से हिफाज़त:

  • हदीस: रसूलुल्लाह ﷺ ने फरमाया: “जो शख्स रात को सोने से पहले आयतुल कुर्सी पढ़ेगा, उसे अल्लाह की तरफ से एक फरिश्ता हिफाज़त के लिए भेजा जाता है और शैतान उसके करीब नहीं आ सकता।” (सहीह बुखारी)
  • फायदा: यह हदीस बताती है कि आयतुल कुर्सी पढ़ने से शैतान से सुरक्षा मिलती है और अल्लाह की हिफाज़त प्राप्त होती है।

3. बरकत और सुरक्षा:

  • हदीस: रसूलुल्लाह ﷺ ने फरमाया: “जो शख्स सुबह और शाम आयतुल कुर्सी पढ़ता है, उसे अल्लाह दिन और रात की सभी मुसीबतों से बचाते हैं।” (तिरमिधी)
  • फायदा: यह हदीस बताती है कि दिन में दो बार आयतुल कुर्सी पढ़ने से अल्लाह दिनभर और रातभर सुरक्षा प्रदान करते हैं।

4. घर में बरकत:

  • हदीस: रसूलुल्लाह ﷺ ने फरमाया: “जो शख्स अपने घर में आयतुल कुर्सी पढ़ता है, उसके घर में अल्लाह की बरकत और रहमत होती है।” (अल-हाकिम)
  • फायदा: यह हदीस बताती है कि आयतुल कुर्सी पढ़ने से घर में बरकत और अल्लाह की रहमत आती है।

5. दिल को सुकून:

  • हदीस: रसूलुल्लाह ﷺ ने फरमाया: “आयतुल कुर्सी पढ़ने से दिल को सुकून और शांति मिलती है।” (सहीह मुस्लिम)
  • फायदा: यह हदीस बताती है कि आयतुल कुर्सी पढ़ने से दिल को सुकून और शांति प्राप्त होती है।

11. Ayatul Kursi Ki Dua Ke Baare Mein Kuch Ahem Sawaalat (आयतुल कुर्सी की दुआ के बारे में कुछ अहम सवालात)

सवालात:

आयतुल कुर्सी कब पढ़नी चाहिए?

आयतुल कुर्सी को हर नमाज़ के बाद पढ़ना सबसे अफ़ज़ल माना गया है। इसके अलावा, सुबह और शाम के वक्त, सोने से पहले, और किसी भी परेशानी या डर के समय इसे पढ़ा जा सकता है।

आयतुल कुर्सी के क्या फायदे हैं?

यह इंसान को अल्लाह की हिफ़ाज़त में ले आती है।
शैतान और बुरी ताक़तों से बचाती है।
दिल को सुकून और रूह को ताक़त देती है।
घर में बरकत और अमन लाती है।
इसे पढ़ने वाले पर अल्लाह की रहमत हमेशा बनी रहती है।

इसे कैसे पढ़ना चाहिए?

आयतुल कुर्सी को साफ दिल और वज़ू के साथ पढ़ना चाहिए। इसे तसल्ली और पूरे एहतराम के साथ पढ़ें। हर अल्फाज़ को सही तरीके से अदायगी करते हुए, अल्लाह की अज़मत और ताक़त का तसव्वुर करें।

  • इन सवालों के जवाब से आयतुल कुर्सी के महत्व और इसे पढ़ने के सही तरीके का पता चलता है।
  • यह हमारे ज्ञान और विश्वास को बढ़ाता है।

निष्कर्ष:

हर फर्ज नमाज़ के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ना एक बहुत ही लाभकारी और फायदेमंद आदत है। इससे ना केवल इंसान को अल्लाह की हिफाज़त और बरकत मिलती है, बल्कि यह उसे जन्नत के करीब भी लाती है। ऊपर दी गई हदीसों से हमें आयतुल कुर्सी की फजीलत और इसके फायदे का स्पष्ट प्रमाण मिलता है। इसे अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में शामिल करके हम अल्लाह की रहमत और बरकत पा सकते हैं।

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  • Islamichindi.com के मुसन्निफ़ इस्लामी मालूमात, क़ुरआन-ओ-हदीस और तारीख़ के माहिर हैं। बरसों से इस्लामी तालीमात को सहीह और मुसद्दक़ तरीके़ से अवाम तक पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं। इनका मक़सद है के आम ज़बान में लोगों तक दीन-ए-इस्लाम की हक़ीक़ी तालीमात पहुँचाई जाएँ।

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Sher Mohammad Shamsi

Islamichindi.com के मुसन्निफ़ इस्लामी मालूमात, क़ुरआन-ओ-हदीस और तारीख़ के माहिर हैं। बरसों से इस्लामी तालीमात को सहीह और मुसद्दक़ तरीके़ से अवाम तक पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं। इनका मक़सद है के आम ज़बान में लोगों तक दीन-ए-इस्लाम की हक़ीक़ी तालीमात पहुँचाई जाएँ।

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