. दुनिया के 5 मशहूर मुस्लिम लीडर नेता जिन्हें साज़िश के तहत (Under conspiracy, death punishment) मौत के घाट उतार दिया गया (Know their full story) – encourages curiosity, increasing
दुनिया के इतिहास में कुछ ऐसे मुस्लिम नेता हुए हैं जिन्होंने अपने वक्त में न सिर्फ राजनीति को एक नई दिशा दी बल्कि अपने मुल्क और कौम के लिए ऐसे योगदान किए जिनकी यादें आज भी ताज़ा हैं। हालांकि, ये लोग अपने समय के महानायक थे, लेकिन साज़िशों का शिकार होकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। इस ब्लॉग में हम उन दुनिया के 5 मशहूर मुस्लिम लीडर या नेताओं की बात करेंगे जो अपनी साहसिक सोच, कामयाबी और खौफ से दुश्मनों के निशाने पर आए और अंत में शहीद हो गए।
दुनिया के 5 मशहूर मुस्लिम लीडर्स: Famous Muslim leaders
1. सद्दाम हुसैन – इराक का सबसे लोकप्रिय हुक्मरान
सद्दाम हुसैन का नाम इराक के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। सद्दाम ने अपने देश इराक को उस वक्त मजबूती दी जब मुल्क चारों ओर से दुश्मनों से घिरा हुआ था। उनका सबसे बड़ा योगदान था इराक को विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ऊंचाई तक पहुंचाना। सद्दाम की हुकूमत के दौरान इराक ने आधुनिक मिसाइल बनाने में कामयाबी हासिल की।
दुनिया के 5 मशहूर मुस्लिम लीडर 1 सद्दाम हुसैन की लोकप्रियता न सिर्फ इराक में, बल्कि बाकी दुनिया में भी बढ़ती जा रही थी, और यही बात अमेरिका और उसके सहयोगियों को खटकने लगी। साजिश रचते हुए सद्दाम पर इल्ज़ाम लगाया गया कि उन्होंने 148 लोगों को मरवाया और उनके पास परमाणु हथियार हैं। उन्हें फिलिस्तीन की आजादी का समर्थक बताया जाता है, जो अमेरिका को कतई पसंद नहीं आया।
30 दिसंबर 2006 को, बकरा ईद के दिन, सद्दाम हुसैन को फांसी पर चढ़ा दिया गया। उनकी फांसी के वक्त भी उनके चेहरे पर शिकन नहीं थी, बल्कि वे कुरआन की आयतें पढ़ते हुए ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगाकर फंदे पर झूल गए। सद्दाम हुसैन को आज भी दुनिया हीरो के रूप में देखती है।
सद्दाम हुसैन के हामी उन्हें एक ऐसे रहनुमा के तौर पर देखते हैं जिन्होंने अपने मुल्क की खुदमुख्तारी और इज़्ज़त के लिए बड़ी ताक़तों के सामने झुकने से इंकार कर दिया। उन्होंने इराक़ को मशरिक़े-वुस्त (मध्य-पूर्व) में एक मज़बूत ताक़त बनाने की कोशिश की। हालांकि, उनके मुखालिफ़ीन का कहना है कि उनके दौर-ए-हुकूमत में इंसानी हुक़ूक़ की खिलाफ़वरज़ी हुई और मुखालिफ़त करने वालों के साथ सख़्ती बरती गई। बावजूद इसके, कई लोग उन्हें फ़िलिस्तीन के मसले पर उनके जुरअत भरे मौकिफ़ के लिए आज भी याद करते हैं।
सद्दाम हुसैन की ज़िंदगी और उनकी मौत इस बात की मिसाल है कि दुनिया की सियासत में बड़ी ताक़तों का दख़ल छोटे ममालिक की स्थिरता को किस तरह मुतास्सिर करता है। उनकी मौत ने न सिर्फ इराक़ को अंदरूनी झगड़ों और बे-चैनी में डाल दिया, बल्कि ये भी दिखाया कि कैसे एक ताक़तवर रहनुमा की विरासत को साज़िशों और इख़्तिलाफ़ात का शिकार बनाया जा सकता है। आज, सद्दाम हुसैन को कुछ लोग अपने हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ के लिए खड़े होने वाले हीरो के तौर पर देखते हैं, जब कि कुछ लोग उन्हें एक मुतनाज़ा (विवादित) शख्सियत के तौर पर याद करते हैं।
2. शाह फैसल – सऊदी अरब का महान नेता दुनिया के 5 मशहूर मुस्लिम लीडर
शाह फैसल का नाम सऊदी अरब के इतिहास में बड़े अदब से लिया जाता है। अगर आज सऊदी अरब इतनी ताकतवर स्थिति में है तो इसका श्रेय शाह फैसल को जाता है। उन्होंने न सिर्फ देश को मजबूत किया बल्कि सैटेलाइट टेक्नोलॉजी, मोबाइल और टीवी जैसे माध्यमों को भी देश में लाने का काम किया। उनके नेतृत्व में OIC (ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन) की स्थापना हुई, जो आज 57 मुस्लिम देशों का सबसे बड़ा संगठन है।
शाह फैसल पहले ऐसे मुस्लिम नेता थे जिन्होंने अमेरिका को उसकी औकात दिखाई। 1973 की अरब-इसराइल जंग के दौरान जब अमेरिका ने सऊदी अरब को धमकी दी कि अगर तेल की सप्लाई शुरू नहीं की गई तो तेल के कुओं पर बमबारी की जाएगी, तो शाह फैसल ने साफ कहा कि हम खजूर और दूध पर वापस जिंदगी गुजार सकते हैं, लेकिन तेल की सप्लाई पर कोई दबाव बर्दाश्त नहीं करेंगे।
यही वजह बनी कि शाह फैसल अमेरिका के लिए एक खतरा बन गए और CIA की मदद से उनके ही भतीजे फैसल बिन मुसाद के हाथों उनकी हत्या करवाई गई। दुनिया के 5 मशहूर मुस्लिम लीडर
3. मोहम्मद मुर्सी – मिस्र के पहले लोकतांत्रिक राष्ट्रपति
मोहम्मद मुर्सी, मिस्र के पहले लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए राष्ट्रपति थे। उनकी हुकूमत में इस्लामी सोच का प्रचार-प्रसार हुआ और उन्होंने मिस्र को इस्लामी विचारधारा के तहत चलाने की कोशिश की। उनके इस कदम से मुस्लिम विरोधी देशों को खतरा महसूस होने लगा।
मुर्सी खुद हाफ़िज़-ए-कुरआन थे और उनका उद्देश्य मिस्र को एक मजबूत इस्लामी देश बनाना था। परंतु ये उनके विरोधियों को गवारा नहीं हुआ। उन्होंने उनके खिलाफ साजिशें शुरू कर दीं, जिससे अंततः 2019 में उनकी जेल में मौत हो गई। ऐसा कहा जाता है कि उनकी मौत भी एक साजिश का हिस्सा थी, क्योंकि वे इस्लाम की बेहतरी के लिए काम कर रहे थे।
4. उमर मुख्तार – लीबिया का शेर
उमर मुख्तार, जिन्हें ‘शेर-ए-लीबिया’ कहा जाता है, इटालियन उपनिवेशवाद के खिलाफ लीबिया में आजादी की लड़ाई के सबसे बड़े नेता थे। उमर मुख्तार ने 20 वर्षों तक इटालियन फौजों से संघर्ष किया और अपने देश को आजादी दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया। इस्लाम में पर्दा
इटालियन सेना ने उन्हें पकड़ने के लिए साजिशें रचीं और आखिरकार 1931 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर मुकदमा चलाकर सजा-ए-मौत सुना दी गई। उमर मुख्तार ने अपनी आखिरी सांस तक अपनी कौम की आजादी की लड़ाई लड़ी और शहीद हो गए।
5. मुअम्मर गद्दाफी – लीबिया का जनप्रिय नेता
मुअम्मर गद्दाफी, लीबिया के एक और बड़े नेता थे जिन्होंने अपने देश को प्रगति के रास्ते पर ले जाने का प्रयास किया। उन्होंने अपने दौर में लीबिया को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया और पश्चिमी देशों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उनकी लोकप्रियता से डरते हुए, पश्चिमी देशों ने उनके खिलाफ साजिशें रचनी शुरू कीं।
2011 में, NATO के हस्तक्षेप से गद्दाफी को सत्ता से हटा दिया गया और उनकी हत्या कर दी गई। उनके निधन के बाद, लीबिया में हालात और भी खराब हो गए, और आज तक वहां स्थिरता और शांति कायम नहीं हो सकी है।
निष्कर्ष
ये पाँच मशहूर मुस्लिम नेता अपने समय के महानायक थे, जिन्होंने अपनी कौम, अपने देश और पूरी दुनिया के लिए बड़े-बड़े काम किए। लेकिन उनकी बढ़ती ताकत और प्रभाव से डरते हुए, उनके दुश्मनों ने साजिश के तहत उन्हें मौत के घाट उतार दिया। उनकी शहादत से हमें यह सीख मिलती है कि सच्चाई और इंसाफ के लिए लड़ने वाले लोगों को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
इन नेताओं की कहानियां न सिर्फ इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखी गई हैं, बल्कि आने वाली नस्लें भी इनके कामों से प्रेरणा लेती रहेंगी।
मुस्लिम लीडर्स FAQ’s
मुस्लिम लीडर्स को क्यों निशाना बनाया जाता है?
मुस्लिम लीडर्स को अक्सर उनकी क़ौम की भलाई और आज़ादी के लिए किए गए कामों की वजह से निशाना बनाया जाता है। उनकी लोकप्रियता और ताक़त बड़ी सियासी ताक़तों को खटकने लगती है, जिसकी वजह से उनके खिलाफ साज़िशें रची जाती हैं।
सद्दाम हुसैन को फांसी क्यों दी गई?
सद्दाम हुसैन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने 148 लोगों की हत्या करवाई और उनके पास परमाणु हथियार हैं। हालांकि, कई लोग इसे अमेरिका और उसके सहयोगियों की साज़िश मानते हैं।
ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो की मौत को विवादित क्यों माना जाता है?
ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो को एक सैन्य तख्तापलट के बाद गिरफ्तार किया गया और उन्हें फांसी दी गई। बहुत से लोग इसे सियासी साज़िश मानते हैं, क्योंकि उनकी लोकप्रियता और न्यूक्लियर प्रोग्राम की पहल ताक़तवर देशों को पसंद नहीं थी।
उमर मुख्तार को किसने और क्यों फांसी दी?
उमर मुख्तार को इटालियन औपनिवेशिक ताक़तों ने 1931 में फांसी दी। उन्होंने लीबिया की आज़ादी के लिए संघर्ष किया, जो इटली के उपनिवेशवादियों को मंज़ूर नहीं था।
यासिर अराफात की मौत पर साज़िशी थ्योरी क्यों हैं?
यासिर अराफात की मौत को लेकर यह दावा किया गया कि उन्हें जहर दिया गया। फ़िलिस्तीन की आज़ादी के लिए उनके संघर्ष और उनके प्रभाव को खत्म करने के लिए यह साज़िश मानी जाती है।
इन मुस्लिम लीडर्स को इतिहास में किस तरह याद किया जाता है?
इन मुस्लिम लीडर्स को उनकी बहादुरी, कुर्बानियों और क़ौम की भलाई के लिए किए गए संघर्ष के लिए याद किया जाता है। उनकी ज़िंदगी से हमें सच्चाई, जुरअत और अपनी क़ौम के लिए खड़े होने का सबक मिलता है।
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